Polycab India Share Price : पॉलीकैब के शेयर में आज बहोत बड़ी गिरावट देखने मिली है।कंपनी के शेयर पिछले कुछ दिनों से लगातार गिरते नजर आ रहे है।
शेयर में दिखी गिरावट
Polycab India Share Price गुरुवार , 11 जनवरी को ₹4,913.15 के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 10 प्रतिशत कम होकर ₹4,421.85 पर खुला। इसके बाद, स्टॉक में 22.4 % की और गिरावट देखी गई, जिसके बाद स्टॉक ₹3,812.35 के स्तर पर पहुंच गया। CNBC-TV18 के अनुसार, गुरुवार सुबह कई ब्लॉक सौदों में ₹1,293 करोड़ के मूल्य के लगभग 33 लाख शेयर बदले गए।
क्या है इसका कारण? (Polycab India Share Price)
कंपनी के खिलाफ कर चोरी के आरोपों की खबरें मार्केट में फैलने के बीच पॉलीकैब इंडिया के शेयर की कीमत पिछले कुछ समय से अस्थिर रही है। मंगलवार, 9 जनवरी को, मीडिया रिपोर्टों में ऐसा कहा गया था कि पॉलीकैब पर कर चोरी का आरोप लगाया गया है, आयकर विभाग ने अघोषित आय में ₹200 करोड़ की कर चोरी की पहचान की है, जिसके बाद स्टॉक में लगभग 9 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
क्या कहा कंपनी ने?
हालाँकि, कंपनी ने उसी दिन एक प्रेस कांफ्रेंस में कर चोरी की रिपोर्टों को नकारते हुए कहा “हमारी कंपनी अनुपालन और पारदर्शिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ध्यान देती है, दिसंबर 2023 में खोज कार्यवाही के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग किया है। कंपनी को खोज के परिणाम के संबंध में आयकर विभाग से कोई संचार नहीं मिला है।”
मीडिया रिपोर्ट्स क्या कहते है?(Polycab India Share Price)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयकर विभाग ने हाल ही में पॉलीकैब के कई साइट्स पर तलाशी ली, जिसमें वित्तीय रिकॉर्ड में विसंगतियां सामने आई। रिपोर्ट में आगे दावा किया गया है कि विभाग जल्द ही कंपनी को एक नोटिस जारी करेगा, जिसमें इस बताई जाने वाली कर चोरी और लागू जुर्माने के भुगतान की मांग की जाएगी।
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PIB रिपोर्ट (Polycab India Share Price)
इस बीच,10 जनवरी बुधवार को एक पीआईबी रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से पॉलीकैब का नाम लिए बिना ही खुलासा किया गया कि आयकर विभाग ने 22 दिसंबर, 2023 को तारों, केबलों और अन्य बिजली से जुड़े उत्पादन में शामिल एक ग्रुप के बारे में खोज और जप्ती अभियान शुरू किया था।
“तलाशी अभियान के दौरान दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के साथ साथ बड़ी संख्या में आपत्तिजनक साक्ष्य भी पाए गए है और जप्त भी कर लिए गए है। इन साक्ष्यों से कुछ अधिकृत वितरकों की मिलीभगत से समूह द्वारा अपनाई गई कर चोरी की कार्यप्रणाली का पता चलता है। प्रारंभिक विश्लेषण पीआईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रमुख कंपनी ने अपनी कर योग्य आय को छिपाने के लिए बेहिसाब नकदी बिक्री, बेहिसाब खरीदारी के लिए नकद भुगतान, गैर-वास्तविक परिवहन और उप-अनुबंध व्यय का उपयोग किया है।
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