Dwarka: प्रधानमंत्री मोदी ने आज गुजरात के द्वारका में भारत के सबसे लंबे केबल ब्रिज सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया। यह पुल अपने आप में अनोखा है। 980 करोड़ की लागत से बना। यह केबल ब्रिज ओखा और बेट द्वारका को जोड़ेगा।
Dwarka के Sudarshan Setu की विशेषताएँ
- सुदर्शन सेतु की लंबाई 2.32 किमी है, जो इसे देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज बनाता है।
- पुल के दोनों किनारों पर श्रीमद्भगवद गीता के श्लोक और भगवान श्री कृष्ण की तस्वीरें हैं।
- पुल के शीर्ष पर सौर पैनल भी लगाए गए हैं, जो एक मेगावाट बिजली उत्पन्न कर सकते हैं।
- इस केबल ब्रिज के निर्माण से Dwarka और Bet Dwarka रोड के बीच भक्तों के यात्रा समय में काफी कमी आएगी।
- पुल के बनने से Dwarka से Bet Dwarka जाने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि पहले उन्हें नाव के जरिए बेट द्वारका जाना पड़ता था।
Sudarshan Setu से कनेक्टिविटी बढ़ेगी
इससे पहले पीएम मोदी ने 24 फरवरी को एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि 25 फरवरी गुजरात के विकास पथ के लिए विशेष दिन है। उन्होंने कहा, उद्घाटन की जा रही कई परियोजनाओं में ओखा और बेट द्वारका की मुख्य भूमि को जोड़ने वाला सुदर्शन सेतु भी शामिल है। यह एक शानदार परियोजना है जो कनेक्टिविटी को बढ़ाएगी।
यह भी पढ़े : मार्च महीने में इतने दिन बंद रहेंगे बैंक! देख लीजिए पूरी लिस्ट
पुल शुरू होने के बाद सामान की कीमतें भी कम हो जाएंगी
पुल खुलने के बाद बैट द्वारका में सामान की कीमतें भी कम हो जाएंगी। इससे समय की भी बचत होगी। गौरतलब है कि 2016 में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण को मंजूरी दी थी। जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी ने किया। अक्टूबर 2017 के 7वें दिन किया गया था।
महत्वपूर्ण लिंक
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें | यहाँ क्लिक करें |